पी चिदंबरम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व वित्त व गृह मंत्री और भाजपा के धुर विरोधी पी चिदंबरम ने सीएए पर देश के एक वर्ग के मन में डर पैदा करने का सबसे अधिक मुखर प्रयास किया। कभी हिंदू आतंकवाद का शब्द जोड़ने वाले पी चिदंबरम ने सीएए को भी हिंदू और हिंदुत्व से ही जोड़ पेश किया और लोगों को भड़काने पर गर्व भी सार्वजनिक रूप से किया। चिदंबरम के शब्द हैं- ‘‘ हम एंटी-सीएए विरोध का मंचन कर रहे हैं और हमें इस पर गर्व है। एनआरसी-सीएए-एनपीआर हिंदू राष्ट्र के विभाजनकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आरएसएस-भाजपा की योजना का हिस्सा है।‘‘ चिदंबरम ने आगे लोगों का आह्वान करते हुए कहा ‘‘हर देशभक्त भारतीय का कर्तव्य है कि वह हिंदू राष्ट्र के घातक सिद्धांत से लड़ें, क्योंकि एनआरसी और सीएए के लागू होने पर सीधे तौर पर मुस्लिम प्रभावित होंगे। केवल उनकी अवैध प्रवासी के तौर पर पहचान होगी। स्पष्ट है कि चिदंबरम ने यह संदेश देने की कोशिश की कि सीएए पूरी तरह मुस्लिम विरोधी है और इसका मकसद देश के मुसलमानों की नागरिकता समाप्त करने की है।
क्या वाकई ऐसा है क्या? देशवासियों को कांग्रेसियों से तो पूछना ही चाहिए।
सलमान खुर्शीद
एक और कांग्रेस के नेता जो विदेश मंत्री भी रहे हैं, उन्होंने तो सीएए के विरोध में अंधे होकर आजादी के नारे भी लगा दिए। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वो मुसकराते हुए आजादी के नारे लगा रहे हैं। यह वीडियो दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के पास शूट किया गया था। इस वीडियो मेंएक बच्चा कहता है, हम क्या चाहते तो खुर्शीद कहते हैं आजादी। बच्चा फिर आगे कहता है- तुम जेल में डालो, तुम गोली मारो, तुम कुछ भी कर लो, तुम कैसे ना दोगे, हम छीन के लेंगे इन सबके जवाब में खर्शीद दोहराते नजर आते हैं -आजादी। सलमान खुर्शीद ने इस वीडियो में होने से इनकार नहीं किया। बल्कि उसे सही ठहरा रहे हैं। वह सीएएस के विरोध में बच्चे के इस्तेमाल के जवाब में एक फोटो दिखा कर कहते हैं – यह आरएसएस है इसमें एक बच्चा लाठी लेकर चल रहा है। यदि यह सही है तो आजादी के मेरे नारे भी सही हैं।
कोई कांग्रेस से पूछे कि क्या कोई एक उदाहरण है जिसमें संघ को देश के खिलाफ एक शब्द बोलते हुए देखा या सुना गया हो?
शशि थरूर
केरल से कांग्रेस के सांसद और अंतरराष्ट्रीय ख्याति नाम शशि थरूर चिदंबरम या सलमान खुर्शीद से डर फैलाने में पीछे नहीं है। वह सीधे कहते हैं कि मोदी सरकार भारत को “हिंदू राष्ट्र” बनाना चाहती है। कोलकाता साहित्य सम्मेलन में भाग लेने गए शशि थरूर भाजपा को असली “टुकड़े-टुकड़े गैंग” बताने लगे। यहां तक वे सही हो सकते हैं, भाजपा की आलोचना किसी भी शब्द से कर सकते हैं। लेकिन देश के बारे में भी ऐसे ही बात की जा सकती है जैसे शशि थरूर करते हैं- भाजपा ऐसी सत्ताधारी पार्टी है, जो देश को टुकड़ों-टुकड़ों में बांट रही है। “सत्ताधारी पार्टीे हिंदू राष्ट्र बनाने के अपने एजेंडे को पूरी तरह लागू कर रही है।”
मणिशंकर अय्यर
हमेशा की तरह कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर अपनी गलतबयानी और विषवमन वाले शब्दों को सीएए के साथ जोड़ते नजर आए। दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ धरने में पहुंचे मणिशंकर अय्यर कहा कि जो भी कुर्बानियां देनी हों, इसमें मैं भी शामिल होने को तैयार हूं। अब देखें कि किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस कातिल का। वह नरेंद्र मोदी के लिए पहले भी नीच कहकर संबोधित कर चुके हैं। अय्यर ने नागरिकता कानून को केवल एक समुदाय को भयभीत करने वाला बताया।
क्या ये कांग्रेस के नेता अपने नेतृत्व के नक्शे कदम पर ही चल रहे हैं। शायद हां- क्योंकि कांग्रेस के सर्वोच्च नेतृत्व में प्रधानमंत्री को खून के सौदागर और चोर जैसे शब्दों से पुकार चुके हैं।