14 और 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई झड़प और आमने सामने की लड़ाई में चीन को अपनी ढे़र सारी कमियां नजर आ गईं। भले ही पिपुल्स लिबरेशन आर्मी बहुत डींगे मारे, लेकिन सच तो यह है कि वे ताकत और मलयुद्ध में भारतीयों से पार नहीं पा सकते। यह खबरें बाहर आ चुकी हैं कि भारतीय जाबांजों ने उस रात चीनी सैनिकों की गर्दनें मरोड़ दी। अब चीन इस कमी को पूरा करने के लिए अपने यहां मिक्सड मार्शल आर्ट्स में ट्रेंड जवानों की भर्ती कर रहा है।
दि साउथ चाइना माॅर्निंग पोस्ट की खबर के अनुसार मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में ट्रेंड 20 जवानों की पहली स्कैव्ड की भर्ती चीन ने हाल ही में की है। इन मार्शल आर्ट्स के जानकार जवानों की आपूर्ति तिब्बत स्थित ल्हासा के इन्बो फाइट क्लब ने की है। चीन के स्टेट ब्राॅडकास्टर सीसीटीवी ने इसकी घोषणा भी की। कहने को इन्बो क्लब मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए जवानों को प्रशिक्षित करता है, लेकिन यह अनाथ बच्चों को इक्ट्ठा कर उनसे लाइव फाइट कराता है और पैसे कमाता है। लेकिन इस वक्त भारत से संभावित युद्ध को देखते हुए चीन ने इस क्लब को और फाइटर तैयार करने को कहा है।
इन्बो क्लब चीन के चेंग्दू शहर में है। यह एक बेहद बदनाम क्लब हैं। कहा जाता है कि चीन के अनाथ बच्चों को यहां लाकर ट्रेनिंग दी जाती है। लेकिन इस क्लब पर बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार का आरोप लगता रहा है। कुछ दिन पहले इस क्लब का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें भीड़ के बीच एक बंद लोहे के पिंजड़े में लड़ाई दिखाई गई थी। इस वीडियो को 12 मिलियन लोगों ने देखा था। बाद में इस वीडियो को यू ट्यूब के चैनल से हटा दिया गया।
न्यूयार्क टाइम्स ने भी इस इन्बो फाइट क्ल्ब की इनसाइड स्टोरी दो साल पहले प्रकाशित की थी। इस अखबार के अनुसार यह क्लब चेंग्दू शहर में गैर कानूनी तरीके से लगभग रोज ही लाइव फाइट शो चलाता है। रात के अंधेरे में लोग इस क्लब के फाइट को देखने आते हैं।
चीनी लोगों के बीच भी इस फाइट क्लब की गतिविधियों को लेकर काफी नाराजगी थी, क्योंकि यह क्लब बच्चों का भविष्य खराब कर रहा है। वे बच्चे जिनके माता पिता नहीं है, या जिनके माता पिता काम धंधे की तलाश में कहीं चले गए हैं, उन बच्चों को यह क्लब अपने यहां रखता है और उनसे फाइट कराकर पैसे वसूलता है।