जिसकी आशंका थी वहीं बात हुई। पाकिस्तान ने अपनी घटिया हरकत का एक बार फिर सबूत दिया। इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास में तैनात दो कर्मचारियों को एक झूठे केस में गिरफतार कर लिया। पाकिस्तान के जियो न्यूज के अनुसार भारतीय दूतावास के कर्मचारियों को इस्लामाबाद पुलिस ने हिट एंड रन के केस में गिरफतार किया है।
इमरान की सरकार ने उन पर एक आदमी को पीछे से हिट कर घायल करने का केस बनाया है। पिछले कई दिनों से भारतीय दूतावास के कर्मचारियों को पाकिस्तान की आईएसआई परेशान कर रही थी, उन पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें गिरफतार करना चाह रही थी।
उल्लेखनीय है कि भारत ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान के दूतावास के दो कर्मचारियों 31 मई को करोलबाग से जासूसी करते रंगे हाथ पकड़ा था, और वियना समझौते के तहत उन्हें 24 घंटे में देश छोड़ने का हुक्म सुनाया था। तभी से पाकिस्तान इस प्रयास में था कि वह इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास के कर्मचारियों या अधिकारियों को किसी तरह के झूठे केस में फंसा दे। आखिर 15 जून को पाकिस्तान को यह मौका मिल ही गया।
पाकिस्तान ने यह मनगढंत कहानी गढ़ी है कि भारतीय दूतावास में काम कर रहे दो कर्मचारियों ने अपनी बीएमडब्लू कार से राह चलते एक आदमी को टक्कर मार दी और उसे घायल कर भागने की कोशिश की। पाकिस्तान का कहना है कि स्थानीय लोगों ने इन दोनों कर्मचारियों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
आज सबेरे से ही भारतीय दूतावास के दोनों कर्मचारी गायब थे। भारतीय मीडिया में उनके गायब होने की खबर सुबह से ही चल रही है। वे दोनों किसी काम के इस्लामाबाद में ही अपने दूतावास से बाहर निकले थे। भारत सरकार ने भी पाकिस्तान के समक्ष अचानक उनके गाायब होने का मामला उठाया था।
इधर कई दिनों से यह खबर आ रही थी कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लोग भारतीय दूतावास के अधिकारियों व कर्मचारियों की निगरानी एवं पीछा कर रहे हैं । यहां तक कि दूतावास में काम करने वाले अधिकारियों की नियमित दिनचर्या भी बाधित थी। अब चूंकि पाकिस्तान ने इन दोनों भारतीय कर्मचारियों को गिरफतार कर लिया है तो यह मामला आगे और जटिल बनेगा। पाकिस्तान को उसकी औकात दिखानी ही पड़ेगी।