प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी पहली जनसभा की। उन्होंने भारी भीड़ को संबोधित करते हुए बताया कि वास्तव में कौन है ग्रेट डिवाइडर आफ इंडिया। उन्होंने शाहीन बाग के धरने पदर्शन को सेकलुर वादियों का प्रयोग करार दिया जो देश के सौहार्द को खत्म करने का अभियान चला रहे हैं।
हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कडकड़डूमा के मैदान से कहा कि कुछ लोग जिन्हें वह टुकड़े टुकड़े गैंग की संज्ञा देते हैं किस तरह सीएए के नाम पर हिंदू मुसलमान के बीच सदियों से बने सौर्हाउ को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।दिल्ली विधान सभा के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाने हैं। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज दिल्ली की जनता को अपना एजेंडा स्पष्ट करते हुए कहा कि भाजपा दिल्ली का विकास करना चाहती है। यहां तक कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के साथ भी काम करने के लिए उनके नेतृत्च वाली सरकार तैयार थी, लेकिन अरविंद केजरीवाल पांच साल में कभी तैयार नहीं हुए। यहां तक कि प्रधानमंत्री आवास दिल्ली में नहीं बनने दिया। आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अपनी जिद के कारण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की योजनाओं का फायदा दिल्ली की जनता को नहीं लेने दिया।
इस आरोप का प्रधानमंत्री मोदी ने जोरदार शब्दो में जवाब दिया कि भाजपा केवल हिंदू मुसलमान के बीच भेद पैदा कर चुनाव में फायदा उठाना जानती है, प्रधानमंत्री मोदी ने कडकड़ूमा से यह एलान किया कि उनके नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने वह काम कर दिखाया जो पिछले 70 सालो से लटके हुए थे। चाहे वह कश्मीर से 370 हटाने का मामला हो,, मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक के अभिशाप से मुक्त कराने का मामला या फिर असम में बोडो उग्रवादियों के साथ शांति समझौते का मामला या फिर बांग्लादेश के साथ सीमा विवाद सुलझाने का मामला।
प्रधानमंत्री ने यह बताया कि इन सभी समस्याओं के लिए कांग्रेस जिम्मेदार थी जिनको हल कर उनकी सरकार ने ऐतिहासिक काम किया है।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली के साफ पानी, साफ हवा और वर्षो से गैर कानूनी कॉलोनियों के नाम का अपमान झेल रहे दिल्ली के लाखों नागरिकों का भी इस रैली मे आह्वाण किया।प्रधानमंत्री ने कहा कि तमाम सरकारें आई और चली गई। लेकिन दिल्ली के अनआथोराइज्ड कॉलोनियों की समस्या का निराकरण किसी ने नहीं किया। यह केवल भाजपा ही है जिसने दिल्ली के इस दर्द हो महसूस किया और दिल्ली के अनाधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने का फैसला किया।
प्रधनमंत्री की दिल्न्लीवासियों से की गइ्र ये अपील निश्चित रूप से दिल्ली के चुनाव को प्रभावित करेगीं। बिजली पानी को फ्री करने के नाम पर चुनाव लड़ने वाले अरविंद केजरीवाल को जवाब देना ही पड़ेगा।