इस समय कोरोना के कारण पूरी दुनिया में हजारों मौतें रोज हो रही हैं वहां एक ऐसा देश भी है जो चीन से सटे होने के बावजूद कोरोना को हराने में पूरी तरह सफल रहा है । क्या कोई यह यकीन करेगा उस देश में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है । जी हां यह एक सच्चाई है । एक छोटा सा देश वियतनाम कोरोना को हराने में पूरी तरह सफल रहा है।
डब्ल्यूएचओ भी वियतनाम की सराहना कर चुका है । चीन की सीमा से लगे वियतनाम भले ही एक छोटा सा देश है, लेकिन इसने उदाहरण बहुत बड़ा पेश किया है । आखिर कैसे वियतनाम कोरोना से अपने नागरिकों की जान बचाने में सफल रहा है । 9 करोड़ की आबादी वाला यह देश महा शक्तियों को मुंह चिढ़ा रहा है ।
वियतनाम ने यह लड़ाई यूँ ही नहीं जीती है । इसके लिए वियतनाम की सरकार व प्रशासन ने जी तोड़ मेहनत की है। अतिरिक्त सतर्कता के जरिए इस खतरनाक बीमारी पर कब्जा प्राप्त किया है।
कोरोना वायरस का पहला केस जैसे ही चीन के वुहान से आया वैसे ही वियतनाम की सरकार ने अपने यहां अलर्ट जारी कर दिया । 11 जनवरी को वुहान में कोरोना से पहली मौत की खबर आई, उसी समय वियतनाम ने चीन से लगी अपनी सीमा और अपने हवाई अड्डों को हाई अलर्ट पर कर दिया । अभी चीन में केवल 27 मौतों की खबर ही आई थी कि वियतनाम के अधिकारियों ने डब्ल्यूएचओ के साथ मिलकर कोरोनाे बचाव के तरीकों पर चर्चा कर बचावी की तैयारी शुरू कर दी । वियतनाम में 10 हजार लोगों पर केवल 8 डॉक्टर हैं, लेकिन इस कमजोर स्वास्थ्य व्यवस्था के बावजूद वियतनाम ने कोरोना को हावी नहीं होने दिया।
2 जनवरी 2020 को ही वियतनाम के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने सभी प्रमुख अस्पतालों को कोरोना वायरस को फैलने से रोकने और उसके उपचार के लिए तैयार रहने को कह दिया । अस्पतालों को यह निर्देश दिया गया कि कोरोना वायरस की प्रारंभिक अवस्था में ही जांच करने की व्यवस्था बनाएं और आवश्यकता पड़े तो इलाज शुरू करें ।
वियतनाम के वित्त मंत्रालय ने घोषणा कर दी कि कोरोना वायरस की जांच के लिए सभी खर्च सरकार उठाएगी। यही नहीं, कोरोना से संक्रमित लोगों के लिए पीने का पानी , मास्क सैनिटाइजर और अस्पतालों में इलाज की भी मुफ्त व्यवस्था होगी। वियतनाम के नागरिकों को यह भी सुविधा दी गई कि यदि उनमें कोरोना वायरस का संक्रमण दिखाई देता है तो उन्हें अस्पताल लाने ,ले जाने की व्यवस्था भी सरकार खुद ही करेगी। इसका परिणाम यह हुआ कि वियतनाम के लोगों ने आगे बढ़कर अपनी जांच करवाई और कोरोना संक्रमण के फैलाव को पूरी तरह रोक दिया । यह जानकर आश्चर्य होता है कि वियतनाम और विकसित देशों में जांच का अनुपात वियतनाम में 5 गुना अधिक है ।
वियतनाम यदि कोई कोरोना से ग्रसित भी हुआ तो उसकी तुरंत पहचान की गई और उसे तुरंत आइसोलेशन में रखा गया। रियल टाइम डेटाबेस के लिए वियतनाम की सरकार ने दो ऐप लॉन्च किए। अपने देश को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए वियतनाम की सरकार, वहां की सेना ,स्वास्थ्य अधिकारी और सरकारी नौकरीमें लगे लोग भी एक ही पेज पर आ गए। यह कम सुखद आश्चर्य नहीं है कि वियतनाम में पिछले 24 दिनों से एक भी कोरोना वायरस के मरीज सामने नहीं आए । जहां दुनिया भर में 40 लाख से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित है, वहां वियतनाम में कुल 288 लोग ही कोरोनाे संपर्क में आए। उनमें से भी 241 लोग ठीक हो कर घर जा चुके हैं । केवल 18 मरीज वियतनाम के अस्पताल में हैं। सबसे आश्चर्य की बात यह कि वियतनाम में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है।
वियतनाम में अब बच्चों के स्कूल खुल रहे हैं । अस्पतालों का विस्तार हो रहा है । बाहर के मरीजों का दिल का ऑपरेशन हो रहा है और वियतनाम द्वितीय विश्वयुद्ध में अपनी जीत का जश्न मना रहा है।