29 जून को सबेरे दहशतगर्दों ने पाकिस्तान के कराची स्टाॅक एक्सचेंज पर हमला कर दिया। पाकिस्तान टीवी चैनेल के अनुसार एक कार में चार दहशतगर्द आए और ग्रेनेड फेंकते हुए, फायर करते हुए स्टाॅक एक्सचेंज में घुसने लगे।
इसबीच पाकिस्तान सुरक्षाकर्मियों से उनकी मुठभेड़ हो गई और इस गन फाइट में चारों मारे गए। इस हमले में पाकिस्तान के एक पुलिस अधिकारी समेत पांच और लोगों ने अपनी जान गवां दी । दहशत की खेती करने वाला पाकिस्तान खुद ही अपने उपर हमले झेलता रहा है। पाकिस्तान के विपक्ष ने इस हमले पर प्रधानमंत्री इमरान पर हम बोल दिया जिन्होंने अभी कुछ दिन पहले ही ओसामा बिन लादेन को शहीद का दर्जा दिया था।
पाकिस्तान के नेशनल असेम्बली में भी यह मामला उठाया गया। जिसमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग नून के नेता ख्वाजा आसिफ ने इमरान खान को जमकर लताड़ा। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान दहशतगर्दी के खिलाफ अभियान चला रहा है और यहां उसे लेकर सेना और नागरिकों ने शहादत दी है, उसी दहशतगर्दी को इमरान इज्जत दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में दहशतगर्दी का बीज बोने वाला अलकायदा था और उसके सरगना ओसामा बिन लादेन ने पाकिस्तान को बर्बाद करने में भूमिका निभाई ,उसी को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कुछ दिन ही पहले शहीद का दर्जा दिया है।
पाकिस्तान पिपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुटटो ने भी इमरान खान पर दहशतगर्दों को पालने का आरोप लगयाया। बिलावल ने यहां तक कह दिया कि ओसामा बिन लादेन को शहीद का दर्जा देकर इमरान ने पूरे पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
लेकिन पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैसी ने अलबत्ता इस हमले को भारत से जोड़ने की कोशिश की। उन्होंने एक पाकिस्तान के मीडिया चैनेल से बात करते हुए कहा कि हमारा पड़ोसी (India)पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को कमजोर करना चाहता है। यह हमला भी उसी की एक कड़ी है। इस मौके पर भी कुरैसी ने कश्मीर का मसला उठाया और कहा विश्व बिरादरी के समक्ष ये सारी बातें पाकिस्तान उठाएगा।
पाकिस्तान मीडिया के अनुसार चार हथियारबंद आतंकवादी पाकिस्तान स्टाॅक एक्सचेंज कंपाउंड में एक सेडान गाड़ी में पहुंचे और पार्किंग ग्राउंड की तरफ से अंदर घुसने का प्रयास किया। वे अपने पीछे बैग टांग रखे थे जिसके अंदर स्वचालित हथियार और गोले आदि थे। वे एक लंबी घेराबंदी के लिए तैयार हो कर गए थे।
पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि सभी चार आतंकवादी प्रवेश द्वार के पास ही मारे गए थे, कोई भी स्टाॅक एक्सचेंज की इमारत में प्रवेश नहीं कर सका।आतंकवादियों ने जिस कार इस्तेमाल किया था, उसे कब्जे में ले लिया गया।